Notes
‘यदि हृदय निर्मल है तो धन के संचय और वितरण तथा आरामदेह जीवन बिताने में कोई दोष नहीं है’ यह सिद्धान्त सुहरावर्दी संतों का है।
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SubscribeYadi hriday nirmal hai to dhan ke sanchay aur vitaran tatha aaraamadeh jeevan bitaane mein koi dosh nahin hai yah siddhaant kisaka hai?
Tags: आरामदेह जीवनसिद्धान्तसुहरावर्दी संतों
Subjects: General KnowledgeMedieval History
Exams: UPSCUPPCSSSCRRBIBPSSBIRBICTETAFCATUGC NETDefence/PoliceUPPCLCourt/LegalOthers